समाजवादी पार्टी से छह साल से निष्कासित किए गए रामगोपाल यादव की पार्टी में वापसी पर अमर सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह के इस फैसले पर उनको टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने मुलायम सिंह यादव की तुलना महादेव से की और उनकी तारीफ करते हुए अमर ने कहा कि वो सर्वोपरि हैं और उनका फैसला सबको मान्य है।
अमर सिंह ने अपने बयान में कहा, ‘मैंने पहले भी कहा था कि अखिलेश के बाप का नाम मुलायम सिंह और समाजवादी पार्टी के बाप नाम भी मुलायम सिंह है। मुलायम सिंह बापों के बाप हैं, वो जो चाहे वो कर लें। मुलायम सिंह का ये अधिकार है।’
अमर सिंह ने जब पूछा गया कि रामगोपाल की पार्टी में वापसी के बाद अब राज्यसभा में आपकी भूमिका किस तरह से होगी, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं हाउस में रामगोपाल के अंदर में वैसे ही काम करूंगा जैसे मल्लिकार्जुन खड़गे के अंदर में सोनिया गांधी काम करती हैं।’
उन्होंने आगे कहा कि अगर हम मुलायम सिंह को बड़ा मानते हैं तो उनके हर बड़े और छोटे निर्णय मानने के लिए बाध्य हैं। नेता का यही अधिकार होता है। दंड इतना होना चाहिए की वो वापस हो सके।
मुलायम परिवार में कलह के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इस से इनकार करते हुए कि अब सबकुछ ठीक है। ये लोग एक थाली में खाते हैं, और जब विरोधियों पर हमले की बारी आती है तो सभी एकजुट हो जाते हैं। इसलिए परिवार में मनमुटाव की बात अब गलत है।