उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी-रोमियो स्क्वॉड की तरह अब जयपुर पुलिस ने भी मनचलों की मनमानी रोकने लिए एक खास स्क्वॉड बनाने की तैयारी में है । आज इसकी घोषणा होगी । राजस्थान में ये अपनी तरह का पहला पुलिस स्क्वॉड होगा। जयपुर पुलिस मुख्यालय के डीसीपी ने बताया , “हमने दो-दो महिला पुलिसकर्मियों की 26 टीमें बनायी हैं जो शहर भर में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों, छेड़खानी जैसी घटनाओ को रोकने के लिए तैनात की जाएंगी।”
डीसीपी ने बताया कि पुलिसकर्मियों की दिन में अलग-अलग समय के अनुसार अलग-अलग स्थानों पर तैनाती की जाएंगी। आपको बता दें कि जहां महिलाएं बड़ी संख्या में आती-जाती हैं वंहां ज्यादा तैनाती की जाएंगी । सुबह के वक्त दो पार्कों के बाहर, दोपहर में स्कूलों के बाहर और शाम को मॉल और बाजारों के आसपास तैनाती की जाएंगी । डीसीपी ने बताया पुलिसकर्मीयो का मकसद है कि इस स्क्वॉड के होने से आवारा मनचलों की हरकतो पर लगाम लगेगा साथ ही वे ऐसी जगहों पर आने से बचेंगे और महिलाओं के संग घटनाएं नही होंगी ।”
कमल शेखावत राजस्थान पुलिस सर्विस के अधिकारी जोकि इस प्रमुख अफसर हैं। उन्होंने बताया, हमने जयपुर में करीब 200 ऐसी जगहों को चिह्नित किया है जहां ऐसी घटनाएं होने की ज्यादा आशंका रहती है। कुछ समय के साथ और भी जगहों को इसके अंतरगत लाया जाएगा। इस स्क्वॉड की महिला पुलिसकर्मी आठ घंटों की दो शिफ्ट में काम करेंगी सुबह सात बजे से रात 11 बजे तक।
जयपुर के इस विशेष स्क्वॉड के पास हथियार नहीं रहेगा वो बस एक डंडा लेकर चलेंगी। ये दस्ता स्कूटर से चलेगा और उसके पास प्राथमिक चिकित्सा बक्सा साथ रहेगा। इस दस्ते के लिए स्कूटर हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड ने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉंन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत दान किए हैं । हालांकि जयपुर पुलिस के अनुसार इस दस्ते के गठन का यूपी पुलिस से कोई लेना-देना नहीं है और वे इस बात से इनकार कर रहे हैं कि ये “एंटी रोमियो” दस्ता है और इसकी प्रेरणा यूपी पुलिस के एंटी-रोमियो दस्ते से मिली है। जयपुर पुलिस इसे “महिला दस्ता” बता रही है।