जम्मू । सेना की उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) लेफ्टिनेंट जनरल डी.एस. हुड्डा ने शुक्रवार को कहा कि सेना जल्द ही दक्षिण कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ फिर से अभियान शुरू करेगी। घाटी में कानून और व्यवस्था की खराब हालत की वजह से अभी यह रुका पड़ा है।
सेना के अधिकारी ने बताया कि घाटी में मौजूदा अशांति के बीच भी सेना ने उत्तरी कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अपने अभियान को जारी रखा।
जनरल हुड्डा ने श्रीनगर में सेना की 15 वीं कोर के बादामी बाग स्थित मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि सेना नागरिक प्रशासन की तरफ से मदद की गुजारिश मिलने के बाद हमेशा मदद के लिए आगे आने के लिए तैयार रहती है।
उन्होंने कहा कि दक्षिणी पुलवामा जिले के एक गांव में बुधवार रात छापेमारी के लिए कोई मंजूरी नहीं दी गई थी। आरोप है कि शब्बीर अहमद मोंगू (30) नाम के शिक्षक को छापेमारी के दौरान सैनिकों ने कथित रूप से पीटकर मार डाला था।
हुड्डा ने कहा, “जो भी हुआ, वह बेहद खेदजनक है। सेना ने पहले ही मामले की जांच का आदेश दे दिया है।”
उत्तरी कमान के प्रमुख ने कहा कि घाटी में मौजूदा संकट से सबसे अधिक पीड़ित घाटी के लोग हैं।
हुड्डा ने राजभवन में राज्यपाल एन.एन.वोहरा से भी मुलाकात की। एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि जीओसी-इन-सी ने राज्यपाल से सुरक्षा की स्थिति पर विचार-विमर्श किया।
बयान में कहा गया है, “आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों और हालात से निपटने में सुरक्षा बलों द्वारा संयम बरतने के मुद्दे पर चर्चा हुई।”