गरबा पंडालों से गैर-हिंदुओं को दूर रखने के लिए बजरंग दल कड़ी नजर लगाए बैठा है। इसके लिए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गरबा आयोजनों में आने वाले लोगों पर गो-मूत्र छिड़कने का अभियान शुरू किया है। उनका मानना है कि गरबा के कार्यक्रमों से गैर-हिंदुओं को दूर करने का यही सबसे ‘मुफीद तरीका’ है। हालांकि इस सब से आम गुजराती खुश नहीं हैं।
अंग्रेज़ी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक अहमदाबाद के गांधीनगर के सेक्टर 11 में एक निजी गरबा आयोजन स्थल पर मंगलवार को बजरंग दल के करीब 25 कार्यकर्ता पहुंच गए। उन्होंने कार्यक्रम में जाने वाले लोगों पर गो मूत्र छिड़कना शुरू कर दिया। जिन में से ज्यादातर लोगों ने इस पर गौर नहीं फरमाया लेकिन कुछ लोगों ने इसका काफी विरोध किया।
देवदत्त सिंह रावल नाम के एक 35 साल के आईटी प्रफेशनल ने पुलिस को बुला लिया। दरअसल देवदत्त ने अपने माथे पर तिलक लगाने से मना कर दिया था। रावल का कहना था कि उसे यह साबित करने की जरूरत नहीं है कि वह हिंदू है। उसने कहा कि यह हास्यास्पद है और ज्यादातर लोग इसे पसंद नहीं कर रहे, लेकिन वह डर की वजह से विरोध नहीं कर रहे हैं।