राजस्थान बीजेपी में गुटबाजी की खबरों के बीच बीजेपी विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने मोदी सरकार के कामकाज पर सवाल खड़े किए है। बीजेपी विधायक ने कहा है कि केंद्र सरकार केवल बड़े कार्पोरेट घरानों को बढ़ाने का काम कर रही है। इस सरकार में अंबानी और अडानी मलाई खा रहे हैं और किसान का जीना मुश्किल हो गया है।
दरअसल, राजस्थान के सांगनेर से विधायक और पूर्व मंत्री घनश्याम तिवारी ने सीएम वसुंधरा राजे की आलोचना के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथो ले लिया है। तिवाड़ी ने कहा, “दीनदयाल जी (उपाध्याय) कहते थे कि कतार के आखिरी आदमी के विकास के बाद लोकतंत्र सफल माना जा सकता है। लेकिन अभी केवल अडानी-अंबानी जैसे कुछ चुनिंदा कारोबारी घरानों का ही विकास हो रहा है।” तिवाड़ी ने कहा, “एक भी किसान ऐसा नहीं है जिस पर कर्ज न हो। किसान अपने दूध सड़क पर फेंक रहा है। बेरोजगारी बढ़ रही है।”
घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि देश की सारी दौलत कुछ लोगों के पास जा रही है। विधायक तिवाड़ी ने कहा, “देश में केंद्रीकृत पूंजीवाद हावी है।” मोदी सरकार की आलोचना करने से पहले तिवाड़ी हाल ही में वसुंधरा राजे सरकार की आलोचना करके मीडिया की सुर्खियों में आए थे। घनश्याम तिवाड़ी ने वसुंधरा सरकार द्वारा नया कानून बनाकर पूर्व मुख्यमंत्रियों को आजीवन बंगला, कार और नौकर-चाकर दिए जाने की व्यवस्था कर दी। तिवाड़ी ने इसे “संवैधानिक लूट” बताते हुए वसुंधरा सरकार के इस फैसले की आलोचना की।
घनश्याम तिवारी ने वसुंधरा सरकार द्वारा नया कानून बनाकर पूर्व मुख्यमंत्रियों को आजीवन बंगला, कार और नौकर-चाकर दिए जाने की व्यवस्था कर दी। तिवारी ने इसे ‘संवैधानिक लूट’ बताते हुए वसुंधरा सरकार के इस फैसले की आलोचना की। तिवाड़ी ने आरोप लगाया कि वसुंधरा ने ये कानून इसलिए बनाया है ताकि अगला चुनाव हारने पर भी वो बंगले में रह सकें।
विधायक के अनुसार सीएम वसुंधरा राजे ने ये कानून पांच घंटे में राज्यपाल के दस्तखत के बिना ही पारित करवा लिया। उनके अनुसार, मुख्यमंत्री का सरकारी आवास 8 सिविल लाइंस है जबकि सीएम वसुंधरा बंगला नंबर 13 में रहती हैं जिसकी कीमत 2 हजार करोड़ रुपये है।