मुख्तार अंसारी कृष्णानंद राय हत्याकांड में आरोपी
यूपी के पूर्वांचल में बाहुबली नेता के तौर पर अपनी धाक जमाने वाले मुख्तार अंसारी पर बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप है। मुख्तार अंसारी उस वक्त जेल में बंद थे।
बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय को उनके 6 अन्य साथियों को सरेआम गोलीमार उनकी हत्या कर दी गई। हमलावरों ने 6 एके-47 राइफलों से 400 से ज्यादा गोलियां चलाई थी। मारे गए सातों लोगों के शरीर से 67 गोलियां बरामद की गई थी।
इस हमले का एक महत्वपूर्ण गवाह शशिकांत राय 2006 में रहस्यमई परिस्थितियों में मृत पाया गया था। उसने कृष्णानंद राय के काफिले पर हमला करने वालों में से अंसारी और बजरंगी के निशानेबाजों अंगद राय और गोरा राय को पहचान लिया था।
इससे पहले जमीनों पर कब्जे के विवाद में उनकी जंग पूर्व सांसद और बाहुबली ब्रजेश सिंह से भी हो चुकी है। मुख्तार के खिलाफ हत्या, अपहरण, धमकी जैसे कई मामले दर्ज हैं।
मुख्तार की हत्या के लिए दी गई थी 6 करोड़ की सुपारी
बाहुबली मुख्तार अंसारी की हत्या के लिए एक बड़ी साजिश रची गई थी। जिसका खुलासा 2014 में हुआ। ब्रजेश सिंह ने अंसारी को मारने के लिए एक पेशेवर लंबू शर्मा को 6 करोड़ रुपये की सुपारी दी थी। ये अहम खुलासा लंबू शर्मा की गिरफ्तारी के बाद हुआ था।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जेल में अंसारी की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। सुपारी के खुलासे के बाद पूर्वांचल में यूपी पुलिस क्राइम ब्रांच और स्पेशल टास्क फोर्स ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी थी। अभी भी पेशी पर या विधानसभा सत्र के लिए जाते समय मुख्तार की सुरक्षा बहुत कड़ी रखी जाती है।