मौलीवक्कम में 28 जून 2014 को एक निर्माणाधीन रिहाइशी भवन के दो खंडों में से एक गिर गया था, जिसमें 61 मजदूरों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। जो हिस्सा गिर गया वह भी 11 मंजिला था। इसके बाद यह इमारत असुरक्षित घोषित कर दी गई थी। यह इमारत स्थानीय लोगों के लिए खतरा बनी हुई थी। स्थानीय लोगों को डर बना हुआ था कि यह इमारत कभी भी गिर सकती है।
इस 11 मंजिला एक इमारत को कड़ी सुरक्षा के बीच विस्फोटक तकनीक का इस्तेमाल कर 10 सेकेंड से भी कम समय में बुधवार को गिरा दिया गया। भवन ताश के पत्तों की तरह भरभरा कर गिर गया। भवन के ढहने से क्षेत्र में धूल का गुबार फैल गया। भवन के ढांचे में विस्फोटक सामग्री डाल दी गई थी और नियंत्रित तरीके से विस्फोट किया गया। भवन को गिराने में दो घंटे की देरी होने को लेकर दहशत की स्थिति रही। कांचीपुरम की जिलाधिकारी आर गजलक्ष्मी ने बताया था कि भवन को दो से चार बजे के बीच गिरा दिया जाएगा। लेकिन इसे शाम को करीब छह बजे गिराया गया।
अगले पेज पर देखें वीडियो