Use your ← → (arrow) keys to browse
यह पुतला छत्रपति शिवाजी महाराज के भव्य स्मारक का एक हिस्सा होगा। पुतले की विशेषता यह है कि इसके बेसमेंट में एक अनोखी रचना बनाई गई हैं। जहां पर लिफ्ट से आप पुतले के उपरी हिस्से तक पहुंच सकते हैं। इस उंचाई से आपको मुंबई के मरीन ड्राईव का शानदार नजारा भी देखने को मिलेगा।
छत्रपति शिवाजी महाराज एक ऐसे राजा थे, जिन्होंने भारत में सबसे पहले नौसेना का महत्व समझा था। उन्होंने खुद का स्वतंत्र आरमार भी बना लिया था। इसलिए उन्हें फादर ऑफ इंडियन नेवी भी कहा जाता हैं। शिवाजी महाराज की इसी पहचान को दुनिया के सामने लाने के लिए समंदर में ही उनका स्मारक बनाया जा रहा हैं।
Use your ← → (arrow) keys to browse