भारत का चीन को दो टूक, हमारे आंतरिक मामले में दखल बर्दाश्त नहीं

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दलाई लामा रविवार को गुवाहाटी यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करने के बाद नमामि ब्रह्मपुत्र फेस्टिवल में हिस्सा लेंगे। सोमवार को वह डिब्रूगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करेंगे। सोमवार को ही वह तवांग के पास स्थित लुमला के लिए रवाना होंगे। तिब्बती धर्मगुरु तवांग में 7 अप्रैल तक रहेंगे। यह जगह मैकमोहन लाइन से सिर्फ 25 किलोमीटर की दूरी पर है। मैकमोहन लाइन भारत और चीन को अलग करती है। चीन इस इलाके को अपना हिस्सा बताता है। दलाई लामा 10 अप्रैल को डिरांग और 11 अप्रैल को बोमडिला में उपदेश देंगे। 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद चीनी सेना इसी जगह से पीछे हटी थी। उसके बाद वह अरुणाचल की राजधानी इटानगर पहुंचेंगे। 12 अप्रैल दलाई लामा के अरुणाचल दौरे का आखिरी दिन होगा।

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