पहले मुख्यमंत्री पद और अब मंत्रियों के विभागों का बंटवारा बीजेपी के लिए चुनौती बना हुआ है। यही वजह है कि सीएम योगी आज दिल्ली पहुंच रहे हैं। योगी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ मीटिंग करेंगे। बताया जा रहा है कि अमित शाह से मीटिंग के बाद ही मंत्रियों के विभागों का ऐलान किया जाएगा।
विभागों के बंटवारे में देरी की बड़ी वजह गृह मंत्रालय माना जा रहा है। यूपी में कानून व्यवस्था हमेशा से ही सत्ताधारी पार्टी के लिए चुनौती रही है। बीजेपी ने सपा सरकार को कानून व्यवस्था के नाम पर ही पूरे चुनाव प्रचार में घेरा। ऐसे में सूबे की कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी बहुत सोच समझकर दी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक योगी आदित्यनाथ खुद गृह मंत्रालय का भार संभालना चाहते हैं। वहीं दूसरी तरफ खबर ये भी है कि सरकार में नंबर दो की पोजिशन पर मौजूद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य गृह मंत्रालय अपने पास रखना चाहते हैं।