नई दिल्ली। भ्रष्टाचार, आतंकवाद, कालाधन, जाली नोटों के गोरखधंधे के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को आश्चर्य में डालते हुए मंगलवार(8 नवंबर) की रात मध्यरात्रि से 500 रूपये और 1000 रूपये के नोटों के प्रचलन को समाप्त करने की घोषणा की।
पीएम के ऐलान के ठीक बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा कि 10 नवंबर से 500 रुपये और 2000 रुपये के नए नोट जारी किए जाएंगे। वहीं 500 और 1000 के नोट पर प्रतिबंध लगाने के फैसले के फैसले पर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस काले धन को लेकर सरकार द्वारा उठाए गए हर कदम का समर्थन करती है और आगे भी करती रहेगी। मगर किसानों का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस ने कहा कि धान की फसल काटी जा चुकी है और वो बाजार में है।
इसके अलावा गेंहू और रबी की फसल बोई जा चुकी है ऐसे में किसान हर रोज खाद और बीज खरीदने के लिए बाजार जा रहे हैं और उन्हें रोज काफी पैसों की जरूरत पड़ रही है। ऐसे में अब जबकि पुराने नोट बंद हो जाएंगे तो उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
सुरजेवाला ने कहा कि एक तरफ काला धन खत्म करने के लिए पीएम मोदी 1000 रूपये के नोट बंद कर रहे हैं और दूसरी तरफ 2000 रूपये के नोट बाजार में ला रहे हैं, ऐसे में क्या दोनों ही बातें विरोधाभासी नहीं लगतीं?
उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री विदेश में जमा 80 लाख करोड़ रुपए कालाधन लाने में उनकी नाकामी को ढंकने के लिए ही इस योजना को लाए हैं?