हजारीबाग कोर्ट ने गुरुवार को 22 वर्ष पुराने हत्या मामले में प्रभुनाथ सिंह को दोषी करार दिया है. एमएलए अशोक सिंह हत्या मामले में पूर्व सासंद प्रभुनाथ सिंह गिरफ्तार किए गए.प्रभुनाथ सिंह के साथ उनके बड़ भाई दीना नाथ सिंह को भी कोर्ट ने दोषी करार दिया है.मामले में कोर्ट 23 मई को सजा सुनाएगा.
प्रभुनाथ सिंह जदयू से महराजगंज के सांसद थे.बाद में आरजेडी में आ गए. प्रभुनाथ सिंह एक जमाने में नीतिश कुमार के बेहद करीबी थे और बाद में लालू प्रसाद यादव के नजदीक आए. दबंग नेता के रूप में उनकी पहचान है. बिहार में सरकार किसी की भी हो, प्रभुनाथ सिंह और उनके करीबी हमेशा यही कहते नजर आते कि सारण के सीएम प्रभुनाथ सिंह हैं.
आपको बता दे कि अशोक सिंह मशरक के जनता दल से उस समय विधायक थे. 28 दिसंबर, 1991 को मशरक के जिला परिषद कांप्लेक्स में उन पर गोलियों से ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी थी, जिसमें वे तब बिल्डिंग में छिप कर किसी तरह बच गये थे. लेकिन कुछ साल बाद 1995 में पटना स्थित उनके आवास पर उनकी गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. इस मामले प्रभुनाथ सिंह सहित अन्य पर आरोप लगा था.