जम्मू कश्मीर में स्थिति में सुधार के बाद अधिकारियों ने समूचे कश्मीर में कर्फ्यू में ढील दी है। बहरहाल जुलाई में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद पैदा हुई अशांति के कारण सामान्य जनजीवन अभी भी प्रभावित है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर में कहीं भी कर्फ्यू नहीं है और स्थिति में सुधार के बाद श्रीनगर सहित समूची घाटी में लोगों की आवाजाही पर लगा प्रतिबंध भी हटा दिया गया है। बहरहाल, पूरी घाटी में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध कायम है। उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने और लोगों के मन में सुरक्षा की भावना बरकरार रखने के लिए संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है, ताकि वे अपना दैनिक कार्य बिना किसी भय के कर सकें।
तीन महीनों में स्थिति में सुधार के मद्देनजर अधिकारियों ने बीती रात प्रीपेड मोबाइल फोन सेवाओं से फोन करने की सुविधा बहाल कर दी थी लेकिन समूचे कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक अब भी बरकरार है। बहरहाल, यहां जारी अशांति के कारण 99वें दिन भी घाटी में सामान्य जनजीवन प्रभावित बना रहा। लिहाजा, लाल चौक के कारोबारी केंद्र के आस पास सहित शहर के सिविल लाइंस इलाकों में निजी यातायात और ऑटोरिक्शा की गतिविधि में इजाफा हुआ। अधिकारी ने बताया कि शहर के मध्य में स्थित आस पास के इलाकों में कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें लगा दी हैं जबकि कुछ दुकानें आंशिक रूप से खुली थीं।