बिहार के कई जिलाधिकारी ने स्वंय के अलावा सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए अलग से एक टीम का ही गठन कर दिया है। उस टीम की केवल यही ज़िम्मेदारी है कि वो सोशल मीडिया पर कहीं शराबबंदी को लेकर कोई आपत्तिजनक पोस्ट तो नहीं किया गया है। इस तरह की शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारी को दिया जा चुका है। बिहार का भागलपुर पहला जिला है जहां के जिलाधिकारी आदेश तितरमारे ने सोशल मीडिया से लेकर शराबबंदी को कठोरता पूर्वक लागू करने के लिए कमर कस रखी है।
जिलाधिकारी आदेश तितरमारे के अनुसार नए कानून के तहत जिले में शराब को लेकर कोई भी कार्रवाई किसी अधिकारी द्वारा की जाती है तो इसकी सूचना 24 घंटे के अंदर जिलाधिकारी को देने का प्रावधान है, उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए जिले के अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उप-समाहर्ता, प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी को कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार दिया गया है। जिलाधिकारी आदेश तितरमारे ने कहा कि शराबंबदी के खिलाफ किसी भी तरह की टिप्पणी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर विशेष तौर पर नजर रखी जा रही है, ताकि कोई भी व्यक्ति शराबबंदी के खिलाफ टिप्पणी नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि जो कोई भी कानून का उल्लंघन करते हुए पकड़ा जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।