एनडीए के दो साझेदारों बीजेपी और शिवसेना के बीच घमासान जारी है। इसका असर सोमवार को लोकसभा में भी देखने को मिला। शिवसेना के सांसदों ने नोटबंदी, राम मंदिर निर्माण और तानाशाही वाले रवैये को लेकर सरकार को घेरा। सांसद आनंदराव अदसूल ने कहा कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ने 2002 के दंगों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पद से हटाने से रोका था।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, ‘यदि बालासाहेब ने वाजपेयीजी को उस समय नहीं रोका होता, यदि मोदीजी उस समय मुख्यमंत्री नहीं होते तो कौन जानता है कि वह शायद आज प्रधानमंत्री बन ही नहीं पाते।’ उनके इस बयान के दौरान विपक्षी सांसदों ने मेजें थपथपाई।
अदसूल ने कहा कि बीजेपी हमेशा कहती रही कि वह महाराष्ट्र में शिवसेना का छोटा भाई है लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में ज्यादा सीटें जीतने के बाद से वह बड़े भाई की तरह व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा, ‘यदि छोटे भाई के चार बच्चे हैं और बड़े के केवल दो तो क्या छोटा भाई बड़ा बन जाता है।’