जुनैद की हत्या के बाद लिंचिंग के डर से इस मुस्लिम शख्स ने उठाया ये कदम

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अलीगढ़
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उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक मुस्लिम शख्स बुरका पहनकर यात्रा करते हुए पकड़ा गया। लेकिन उसके बुरका पहनकर यात्रा करने की वजह जानकर दंग रह जाएंगे आप। अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर बीते रविवार (2 जुलाई) यात्रियों को 42 साल के नजमुल हसन की हरकतों को देखकर शक हुआ। जिसके बाद जीआरपी को इसकी जानकारी दी गई और उनके हसन को पकड़ने के बाद पता चला कि बुरके में कोई महिला नहीं बल्कि एक पुरुष था।

जीआरपी के हसन से सवाल करने के बाद उसने बताया कि वह अपनी पहचान को छिपाए रखना चाहता था, क्योंकि बतौर मुसलमान उसे यह डर सता रहा था कि भीड़ द्वारा पीटकर उसकी हत्या की जा सकती है। हसन के मुताबिक, वह हाल ही में बल्लभगढ़ में 16 साल के जुनैद की हत्या की खबर से खौफजदा था।

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टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, हसन ने बताया कि दिल्ली के लिए उसकी यात्रा लगातार जारी रहती थी। बीते हफ्ते अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर ही उसकी एक शख्स के साथ धक्का-मुक्की हो गई थी। हसन का दावा है कि गलती से धक्का लगने के बाद दूसरे शख्स ने धर्म को आधार बनाकर उसका(हसन) अपमान किया। शख्स ने उसे धमकी दी कि वह उसका शहर में रहना मुश्किल कर देगा। इस घटना के बाद हसन ने पुलिस को बताया कि वह काफी डरा हुआ था और इसी लिए बुरका पहनकर यात्रा करने का फैसला लिया। हसन को पुलिस ने पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया। हसन बीते रविवार को अपने दिल्ली में अपने बीमार चचेरे भाई से मिलने के लिए जा रहा था।

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वहीं खबर के मुताबिक, पुलिस एसएसपी राजेश पांडे ने बताया कि हसन के दावे को वेरिफाई किया है और फिसहाल उसके इस दावे में कुछ अनुचित नहीं पाया गया है। उन्होंने बताया, ‘हसन को जब जीआरपी को सौंपा गया, तो वह बुरी तरह कांप रहा था और रो रहा था। वह बस एक ही बात को कहे जा रहा था कि वह एक सीधा-साधा आदमी है और उसने कुछ गलत नहीं किया।’

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