हार्दिक ने कहा कि अगर अमेरिका जैसे राष्ट्र ऐसे मुद्दे पर सकारात्मक रुख अपना सकते हैं तो भारत क्यों नहीं? वह बोले, ‘मैं कोई भीख नहीं मांग रहा, मैं सिर्फ सरकारी नौकरियों और दाखिलों में पाटीदारों को समान अवसरों की मांग कर रहा हूं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘बीजेपी जनता का प्रतिनिधित्व करने का दावा कर रही थी, मेरे परिवार ने भी बीजेपी को जिताने के लिए बहुत मेहनत की, लेकिन वह उन लोगों को ही भूल गई जिन्होंने उसे सत्ता में लाने के लिए कड़ी मेहनत की। बीजेपी अब हमारा प्रतिनिधित्व नहीं करती।’
हार्दिक पटेल ने बजट पर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर भी निशाना साधा। वह कहते हैं, ‘आखिर किसके लिए है यह बजट? जेटली कहते हैं कि यह जनता का बजट है। अगर यह जनता का बजट है तो ऐसी भाषा में क्यों जिसे 97 फीसदी जनता नहीं समझती?’
हार्दिक ने बीजेपी की जीत को कांग्रेस की असफलता का फल बताया। उन्होंने कहा, अगर कांग्रेस युवाओं के सपनों पर खरा उतरती तो बीजेपी नहीं जीत पाती, अब बीजेपी का प्रदर्शन देखिए। सबको शिक्षा देने के नाम पर बीजेपी इस क्षेत्र में भी मुनाफा कमाने की सोच को बढ़ावा दे रही है।