पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करने वाले हार्दिक पटेल ने दावा किया है कि वह साल 2017 में गुजरात के राजनैतिक समीकरण को बदल कर रहेंगे। भगतसिंह को अपना हीरो मानने वाले हार्दिक पूर्ण आजादी में विश्वास रखते हैं। आरक्षण के मुद्दे पर वह कहते हैं, ‘नहीं, यह झूठ है कि मैं एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण के खिलाफ हूं। मैं मानता हूं कि देश के विकास के लिए आरक्षण जरूरी है।’
हार्दिक पटेल भले महज 23 साल के हों लेकिन वह बहुत स्पष्ट हैं। ऐसा लगता है वह जनता की नब्ज पहचानते हैं। वह 2017 में गुजरात के राजनैतिक समीकरण बदलने की तैयारी में हैं। वह कहते हैं, ‘नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार मुझसे डरी हुई है। मोदीजी और अमित शाह से अलग मेरे पास छुपाने या डरने के लिए कुछ नहीं। आप किसी पर राजद्रोह का आरोप लगाने से ज्यादा बुरा नहीं कर सकते। वे पहले ही मुझपर राजद्रोह का आरोप लगा चुके हैं और 9 महीनों पर मुझे जेल में रख चुके हैं।’
हार्दिक यहीं नहीं रुकते। वह कहते हैं, ‘इससे मैं और मजबूत हुआ हूं, मेरे इरादों को और मजूबूती मिली है। मेरे पास जनता है, युवा हैं और मेरी उम्र मेरे साथ है, इससे ज्यादा वे और क्या सकते हैं?’
मिरर की खबर के मुताबिक जब उनसे पूछा गया कि वह सबसे ज्यादा प्रभुत्व वाले समुदाय के लिए आरक्षण की मांग क्यों कर रहे हैं, इसपर वह बगैर किसी का नाम लिए बोले, ‘यह गलतफहमी है। गडियाधर या अमरेली में जाइए, मगर 5 पटेल अमीर हैं तो इसका यह अर्थ नहीं कि पूरे राज्य में पाटीदारों की स्थिति अच्छी है।’