एफआईआर में यह माना गया है कि इस कविता की कुछ लाइनें योगी आदित्यनाथ के संदर्भ में हैं। साथ ही यह भी कहा गया कि कविता की अंतिम लाइन में त्रिशूल और योगी आदित्यनाथ को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की गई है। एफआईआर पर प्रतिक्रिया देते हुए, बंदोपाध्याय ने कहा, ‘मैं शिकायत से परेशान नहीं हूं। मेरे जो विचार हैं या जिसमें मैं विश्वास करता हूं, वह लिखना जारी रखूंगा। प्रत्येक व्यक्ति को भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में ऐसी चीजों का होना दुखद है। देश के ज्यादातर लोगों की तरह मैं भी बोलने की स्वतंत्रता में विश्वास के रूप में लिखना जारी रखूंगा।’
इधर, श्रीजातो पर दर्ज एफआईआर के खिलाफ एसएफआइ छात्र संगठन व डीवाईएफआइ समर्थक छात्रों ने मंगलवार शाम शहर में धिक्कार रैली निकाली और उन्हें साहसी करार दिया। साथ ही उनके साथ न्याय की लड़ाई लड़ने की बात कही।