नई दिल्ली : बहुजन समाज पार्टी के पूर्व महासचिव और उत्तर प्रदेश में पड़रौना से विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी में शामिल हो गए। मौर्य नई दिल्ली में पार्टी प्रेजिडेंट अमित शाह की मौजूदगी में अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए। बीजेपी के 11, अशोक रोड स्थित केन्द्रीय कार्यालय में बीएसपी के पूर्व महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के ‘स्वागत’ की तैयारी सुबह हो रही थी। बीएसपी छोड़ने के बाद मौर्य बीजेपी नेताओं के संपर्क में थे। उन्होंने एक सम्मेलन कर अपने समर्थकों की भी राय ली थी। मौर्य के बीएसपी से अलग होने के बाद ही बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी बात की थी लेकिन आखिरकार वह बीजेपी में शामिल हुए।
मौर्य मायावती पर चुनावी टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए 22 जून को बीएसपी से अलग हो गए थे। जब उन्होंने बीएसपी छोड़ने की घोषणा की थी तब वह उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे। मौर्य ने मायावती पर दलितों के साथ धोखाधड़ी का भी आरोप लगाया था। बीएसपी में मौर्य का कद गैर यादव बड़े ओबीसी नेता का था।
मौर्य के साथ बीएसपी के कई नेता बीजेपी में शामिल हुए। इनमें शिवपुर से विधायक उदय लाल और अन्य एमएलसी और एमएलए शामिल हैं। मौर्य के बीजेपी में आने से पूर्वांचल में चुनावी फायदा हो सकता है। पूर्वांचल में मौर्य-कुशवाहा जाति के बीच स्वामी प्रसाद की अच्छी पकड़ बताई जाती है। बीजेपी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी जातियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। इसी के मद्देनजर पार्टी ने फुलपुर से विधायक केशव प्रसाद मौर्य को यूपी बीजेपी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। मौर्य की बौद्ध धर्म के बीच अच्छी पैठ है ऐसे में वह बीएसपी समर्थकों के बीजेपी की तरफ आकर्षित कर सकते हैं।