अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, गिलानी के सबसे बड़े बेटे डॉ नईम जफर गिलानी की बेटी डीपीएस में दसवीं की स्टूडेंट है। नईम एक मेडिकल प्रफेशनल हैं। वह गिलानी की पार्टी तहरीक-ए-हुर्रियत कश्मीर या हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के सदस्य नहीं हैं। उनका परिवार श्रीनगर में अलग रहता है। घाटी के सबसे बड़े प्राइवेट स्कूलों में से एक डीपीएस में इस साल जुलाई में प्रदर्शनों की वजह से टर्म एग्जाम नहीं हो पाए। स्कूल के 573 बच्चे इस महीने इंटरनल एग्जाम में शामिल हुए। परीक्षाएं शहर के हाई सिक्यॉरिटी जोन सिविल लाइंस स्थित एक इन्डोर स्टेडियम में हुईं। 1 से 5 अक्टूबर तक हुए इस एग्जाम को सुचारू ढंग से कराने में जम्मू-कश्मीर सरकार ने मदद की।
नईम ने माना है कि उनकी बेटी डीपीएस के इंटरनल एग्जाम में शरीक हुई थी। यह भी कहा कि वह बच्चों के एग्जाम में बैठने या स्कूल जाने के विरोध में कभी नहीं थे। नईम के मुताबिक, स्कूल ने एग्जाम कराने का फैसला किया, जिसके बाद उनकी बेटी को दूसरे बच्चों की तरह ही परीक्षा देनी पड़ी। अगर परीक्षा छूटती तो मार्च में होने वाले फाइनल एग्जाम में उनकी बेटी नहीं बैठ पाती। वहीं, स्कूल प्रबंधन का कहना है कि एग्जाम कराने वाले स्कूलों में सिर्फ डीपीएस ही शामिल नहीं था।