जब अधिकारियों ने दोनों महिलाओं से पूछताछ की तो दोनों ने अपना अपराध स्वीकार नहीं किया। इसके बाद उनका क्लिनिकल टेस्ट करवाया गया जिसमें पाया गया कि दोनों ने मलाशय में 450 ग्राम सोना छिपाया हुआ था जिसकी कीमत 13.65 लाख रुपए थी। उनके अपराध का खुलासा होने के बावजूद वे अपराध स्वीकार नहीं कर रहीं थीं। जब अधिकारियों ने कहा कि उनके बच्चों को एयरपोर्ट बुलाया जाएगा ताकि वे जान सकें कि उनकी मां क्या करती हैं, तब उन्होंने बताया कि दोनों के दो-दो बच्चे हैं जो उनपर निर्भर हैं। इसके बाद दोनों आरोपी महिलाओं ने यह भी कबूल किया कि वे पहले भी इसी तरह से सोने की तस्करी कर चुकी हैं।
कस्टम्स अधिकारियों ने उनके पुरुष साथी आकाश मशीजानी(35) पर भी मलाशय में 270 ग्राम सोना छुपाकर ले जाने का मामला दर्ज किया है। तीनों आरोपी उल्हासनगर के रहने वाले हैं, उन्होंने बताया कि वे पड़ोस में रहने वाली एक महिला के लिए सोने की तस्करी का काम करते हैं।