गुजरात में 12वीं की बोर्ड परीक्षा 99.9 फीसदी नंबरों से पास करने वाले वार्शिल शाह आखिरकार जैन भिक्षु बन गए हैं। 7 जून की शाम उन्होंने अपने कपड़े दान कर दिए थे। अब वे सादा जीवन बिताएंगे। शुद्ध शाकाहारी भोजन और निर्मल वाणी उनके जीवन का आधार होगी।
दरअसल, वार्शिल का परिवार अहमदाबाद में रहता है। उनके माता-पिता आयकर विभाग में अधिकारी हैं। वार्शिल के पिता जिगरभाई मां अमीबेन शाह अपने बेटे के इस फैसले से खुश हैं कि उनके बेटे ने आध्यात्म की राह चुनी है। इंटर की परीक्षा में उनका परेंसटाइल 99.9 रहा है। आपको बता दे कि इनके घर में फ्रिज, टीवी तक नहीं है। और बिजली का इस्तेमाल भी काफी कम करते हैं।
परिवार के लोगों ने बताया है कि ये सिलसिला करीब तीन साल से चल रहा था। वह लगातार जैन प्रवचनों को सुनने के लिए अहमदाबाद से सूरत आते थे। तब से फैसला लिया गया। तभी से उसका ध्यान आध्यात्म की ओर मुड़ा। वार्शिल दीक्षा लेने के लिए काफी समय से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी होने का इंतजार कर रहा था।
































































