यूपी में बड़े पैमाने पर चल रहा है नोटों की अदला-बदली का गोरखधंधा, पढ़िए पूरी खबर

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नोट
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सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद हर कोई 500 और 1000 के नोट नहीं ले रहा। यह नोट सिर्फ उन्ही जगहों पर चल रहे है जहां सरकार ने इसके निर्देश दिए है। जैैसे- पेट्रोल पंप, अस्पताल, रेलवे, रोडवेज बस इत्यादि। लेकिन आज रात से यहां पर भी यह नोट नहीं लिए जाएंगे। सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया था ताकि देश में जो कालाधन चुपा है वो बाहर आ जाएंगा। लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। इस फैसले के बाद भी चल रहा है, नोटों की अदला-बदली का गोरखधंधा।

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सरकार ने आदेश दिया था कि बंद किए गए 1000 और 500 रुपए के नोट रोडवेज की बसों में चला सकते है। लेकिन आरोप है कि इस आदेश के बाद यूपी रोडवेज की बसों में काले नोटों को सफेद करने का काम भी किया जाने लगा है। यह गोरखधंधा बस चालकों और सहचालकों की मिलीभगत से चल रहा है। यात्रियों का कहना है कि बस में टिकट काटने वाले उनसे 1000, 500 के नोट लेने से इनकार कर रहे हैं। जबकि यात्रियों से मिले 2000, 500 और 100 के नोट इकट्ठा कर रहे हैं।

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एक यात्री ने बताया कि वे यूपी रोडवेज की बस संख्या यूपी 14 डीटी 4493 से सहिबाबाद जा रहे थे। इस बस में ड्राइवर और कंडक्टर ने दो बार बंद हो चुके नोटों की बदली की। उन्होंने यह भी दावा किया कि काले पैसे को सफेद करने के धंधे में अधिकांश बस चालक मिले हुए हैं। उन्होंने पुख्ता तौर पर यह बताया कि पहली बार ड्राइवर ने गाजियाबाद में एक महिला को बस रोक बंद हो चुके नोटों के बदले सौ और पांच सौ के नोटों की गड्डी थमाई। दूसरी बार बस में चढ़े व्यक्ति से भी गाजियाबाद में ही नोटों की अदला-बदली की। इस यात्री का आरोप है बस ड्राइवर व कंडक्टर कमीशन के आधार पर काले-सफेद के धंधे में लगे हैं।

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