रामजस कॉलेज विवाद मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) पर सोशल मीडिया के जरिए टिप्पणी करने के बाद सुर्खियों में आई गुरमेहर कौर के समर्थन पर दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और छात्र मंगलवार को एक प्रोटेस्ट मार्च निकालने वाले हैं। हालांकि गुरमेहर कौर ने इस अभियान से अलग होने का फैसला किया है और कहा है कि उन्हें अकेला छोड़ दिया जाए। गुरमेहर ने यह बातें मंगलवार सुबह अपने ट्विटर हैंडल पर कहीं। उन्होंने कहा, “मैं अभियान से अलग हो रही हूं। आप सभी को बधाई। मुझे अकेला छोड़ दो। मैंने वही कहा जो कहना चाहिए था। मैं काफी कुछ सह चुकी हूं। 20 साल की उम्र में इससे ज्यादा सहने की ताकत नहीं है।”
अभियान के बारे में बोलते हुए गुरमेहर ने लिखा, “यह अभियान छात्रों के बारे में ना सिर्फ मेरे बारे में। प्लीज बड़ी संख्या में जाईए और मार्च में हिस्सा लीजिए। बेस्ट ऑफ लक।” विरोधियों को जवाब देते हुए उन्होंने लिखा, “जो लोग भी मेरी बहादुरी और साहस को लेकर सवाल उठा रहे हैं उन्हें बता दूं कि मैने जरूरत से ज्यादा बहादुरी दिखाई। लेकिन एक बात तो पक्की है, अगली बार हिंसा और धमकियों के खिलाफ बोलने से पहले हम दो बार सोचेंगे।”
I'm withdrawing from the campaign. Congratulations everyone. I request to be left alone. I said what I had to say.. (1/2)
— Gurmehar Kaur (@mehartweets) February 28, 2017
The campaign is about students and not about me. Please go to the March in huge numbers. Best of luck.
— Gurmehar Kaur (@mehartweets) February 28, 2017