गैंग का सरगना सोनू ने बताया वो 3 साल पहले ऐसे ही एक गिरोह का शिकार हुआ था। इसके बाद उनसे ऐसे गैंग का गठन किया, जो दिन में पुरुष और रात में महिला की वेशभूषा में हाईवे पर वाहन चालको को फंसाकर अपना शिकार बनाने लगे। गिरोह का एक सदस्य किन्नर के भेष में किसी वाहन चालक को अपने जाल में फांस लेता था। इसके कुछ देर बाद अन्य साथी भी हां पहुंच जाते थे। इस दौरान चालक पर अपने साथ अश्लील हरकतों का आरोप लगाते थे। गिरोह हाईवे समेत अन्य प्रमुख मार्गों पर एक साल से लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था।
सीओ छत्ता बीएस त्यागी ने बताया कि गिरोह के सदस्य रात में ट्रक चालकों को अपने जाल में फांसते थे। महिलाओं के मेकअप में होने के कारण चालक उन्हें लिफ्ट देने के लिए ट्रक रोक देता था। वहीं, बदनामी के डर से पीड़ित शिकायत भी नहीं करते थे। गिरोह ने पुलिस को बताया, वह चालकों को अपने साथ अश्लील हरकतें करने को उकसाते थे। इसके बाद साथियों की मदद से ब्लैकमेल और धमकी देकर रुपए लूट लेते थे। इस गिरोह को पकड़ने वाली टीम में इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह, एसआइ सुधीर सिंह आदि थे।इनके पास से लूट के 4.46 लाख रुपये बरामद किए गए हैं, जो बीते 4 फरवरी को राजस्थान के एक ट्रक चालक से 4.87 लाख रुपए लूटा गया था। पीड़ति ड्राइवर के लिखित शिकायत के बाद ये कार्रवाई की गई।