जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेता और जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट यानी जेकेएलएफ के अध्यक्ष मुहम्मद यासीन मलिक ने सोमवार को पुलिस हिरासत से बचने के लिए श्रीनगर के दस्तगीर साहिब की दरगाह में पनाह ले ली। हालांकि कुछ ही देर बाद पुलिस ने यासीन मलिक को गिरफ्तार कर लिया। अलगाववादियों द्वारा लाल चौक पर विरोध मार्च निकालने के ऐलान के बाद सुरक्षा बल मुस्तैद हैं।
गौरतलब है कि अलगाववादियों द्वारा लाल चैक पर विरोध मार्च निकालने की घोषणा की गई थी और ऐसे में यासीन मलिक इस मार्च का नेतत्व करने वाले थे। दूसरी ओर पुलिस व सुरक्षा बल ने अलगाववादियों के प्रमुख नेता सैयद अली शाह गिलानी को उनके घर में ही नज़रबंद कर दिया था।
लाल चौक चलो कॉल के चलते घाटी में जनजीवन प्रभावित रहा। दुकानें रोज के मुकाबले कम खुली और सड़कों पर यातायात भी कम दौड़ता दिखा।
इसके इलावा कई स्कूल और पेट्रोल पंप भी बंद रहे। इस बीच दोपहर को बटमालू इलाके में उस समय अफरातफरी मच गई, जब फायरिंग की आवाज सुनाई दी। लोग इधर-उधर भागते दिखे।
मीरवाईज़ उमर फारूक को भी सुरक्षा बल ने पकड़ लिया। पुलिस द्वारा अलगाववादियों के घर पर छापा मार कार्रवाई कर कई प्रमुख नेताओं को पकड़ा जा रहा है जिससे अलगाववादियों का आंदोलन तेज़ न हो साथ ही कश्मीर में अलगाव व हिंसा न भड़के और सुरक्षा व्यवस्था कमजोर न हो।