जम्मू-कश्मीर सरकार ने घाटी में आतंकी घटनाओं में मारे गए 17 लोगों के परिजनों को मुआवजा देने को मंजूरी दे दी है, इन लोगों में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी का भाई भी शामिल है। बुरहान वानी के भाई खालिद वानी की पिछले साल गोलीबारी में मौत हो गई थी। आदेश जारी करने से पहले आपत्ति दर्ज कराने के लिए हफ्ते भर का वक्त दिया गया है। हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि बुरहान के परिजनों ने मुआवजा स्वीकार किया है या नहीं।
इसी साल 8 जुलाई को दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बुरहान वानी मारा गया था। इसके बाद से घाटी में प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया, जिसमें 86 लोगों की मौत हो गई थी। ऐसे मामलों में चार लाख रूपये का मुआवजा दिया जाता है। खालिद की मौत पर सेना ने कहा था कि वह हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ा हुआ था और मुठभेड़ में मारा गया। परिवार का कहना है कि वह निर्दोष था। पुलिस ने इस मामले में जांच भी की।