चेन्नई में मंगलवार रात को जलीकट्टू के समर्थन में बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किए हैं। इस बीच बुधवार को मद्रास हाई कोर्ट ने इस मामले में दखल देने से साफ इनकार कर दिया। हाई कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले को अपने हाथ में ले लिया है, इसलिए अब उसके द्वारा दखल नहीं दिया जा सकता।
प्रदेश के लोकप्रिय खेल जलीकट्टू के आयोजन और पशु अधिकार संगठन ‘पेटा’ पर प्रतिबंध की मांग कर रहे युवाओं का बुधवार को दूसरे दिन समूचे राज्य में प्रदर्शन उग्र हो गया है। प्रदर्शनकारियों के प्रति समर्थन बढ़ता जा रहा है। इसी प्रकार तमिलनाडु में अन्य स्थानों पर भी प्रदर्शन उग्र हो रहा है।
मंगलवार को अलंगनल्लूर में काफी संख्या में स्थानीय लोग एक मैरिज हॉल के नजदीक एकत्रित हुए और जलीकट्टू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि पोंगल के अवसर पर यहां चार दिनों तक जलीकट्टू का आयोजन किया जाता रहा है। इसमें कई राजनीतिक पार्टियां भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेती रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मई 2014 में तमिलनाडु में इसके आयोजन पर प्रतिबंध लगाया था।
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