नई दिल्ली। नोटबंदी पर मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट दिखते विपक्ष में हर रोज दरार पैदा होती दिख रही है। यह स्थिति दिल्ली से लेकर अन्य राज्यों में भी देखने को मिल रहा है। दरअसल नोटबंदी के खिलाफ राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में उनकी पार्टी बुधवार(28 दिसंबर) को महाधरना का आयोजन किया।
इस दौरान जदयू कार्यकर्ता सभी जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पटना में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव खुद कमान संभाल रहे हैं। लेकिन इस धरने में लालू प्रसाद अलग-थलग पड़ गए हैं।
लालू के तमाम दावों के बावजूद इस महाधरने में महागठबंधन के दोनों घटक दल यानि जदयू और कांग्रेस शामिल नहीं हुए। इसके साथ ही बिहार में एक बार फिर से महागठबंधन में दरार की बातें सामने आने लगी हैं।
नोबंदी के खिलाफ विपक्षी एकजुटता पर उठे सवालों के जवाब में लालू ने कहा कि इगो के कारण विपक्ष एकजुट नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग हों, लेकिन उन्हें पहुंचना एक ही जगह है।
गौरतलब है कि लालू ने कुछ दिन पहले एलान किया था कि नोटबंदी के खिलाफ इस आंदोलन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके साथ होंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने भी कैशलेस के मुद्दे पर केंद्र सरकार का विरोध किया है। गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने नोटबंदी का स्वागत करते हुए इसका समर्थन किया है।