JDU नेता शरद यादव ने कांवड़ियों को लेकर ऐसा क्या कहा जो मच गया बवाल

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भारतीय राजनीति आए दिन अपना अस्तित्व खोती जा रही है। हमारे नेता सारी मर्यादाओं को ताक पर रखकर खास धर्मों और रिति रिवाजों पर भी टिप्पणी करने से बाज नहीं आते। इसी कड़ी में एक अध्याय उस वक्त जुड़ गया जब जनता दल यूनाइटेड यानी जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने कानपुर में कांवड़ियों के खिलाफ एक शर्मनाक बयान दिया । उन्होंने कहा कि कांवड़ियों के पास कोई काम धंधा नहीं है। यही वजह है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं।शरद यादव ने कहा कि अगर लोगों के पास रोजगार होता तो कांवड़ियों की इतनी बड़ी तादाद सड़कों पर न होती।

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दरअसल,शरद यादव ने कानपुर में मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि नौकरियां देने का वादा कर भाजपा केंद्र में आई, मगर वह ये वादा पूरा नहीं कर सकी। इसकी मिसाल है हाल ही में सड़कों पर निकले लाखों कांवड़िए। अपने विवादित बयान में शरद यादव ने कांवड़ियों को बेरोजगारी की सबसे बड़ी निशानी करार दिया।

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शरद यादव के इस बयान से लाखों शिव भक्तों के साथ साथ कई धर्मगुरु भी नाराज हैं। आपको बता दें कि उत्तर भारत में सावन माह शिव भक्त जलाभिषेक के लिए कांवड़ लेकर शिव के दरबार जाते हैं। सालों से चली आ रही यह परंपरा अभी भी जारी है। कांवड़ लेकर जाने वालों में हर तबके के लोग होते हैं। ऐसे में भक्तों को बेरोजगार बताकर शरद यादव बुरी तरह से घिर गए हैं।

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