नई दिल्ली। अगले महीने से शुरू होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में जनता दल यूनाइटेड(जेडीयू) अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं करेगी। पार्टी का कहना है कि जदयू ने धर्मनिरपेक्ष शक्तियों को मजबूत और एकजुट करने तथा सांप्रदायिक शक्तियों की हार सुनिश्चित करने के लिए यूपी में चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
जदयू के महासचिव के सी त्यागी ने बुधवार(25 जनवरी) को कहा कि यह निर्णय पार्टी के कोर कमेटी की हाल ही में पटना में हुई बैठक के दौरान लिया गया था। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने यह फैसला सांप्रदायिक शक्तियों को हराने और धर्मनिरपेक्ष वोट में और अधिक बंटवारा नहीं हो इसे सुनिश्चित करने के लिए लिया।
त्यागी ने कहा कि अगर हम 2019 के लोकसभा चुनाव में विजयी होना चाहते हैं तो उत्तर प्रदेश में भाजपा की हार जरूरी है। त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यूपी के ऐसे पांच अनुमंडलों में चुनाव को लेकर कड़ी मेहनत की थी, लेकिन हमें अफसोस कि हम चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। पार्टी ने बिहार की तर्ज पर महागठबंधन न बनने के लिए सपा और कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराया।