देश के लिए खेलना चाहती है कश्मीर की ये पत्थरबाज लड़की

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

वहीं, पुलिस का कुछ और ही कहना है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, लड़कियों ने समझा कि पुलिस पीछे हट गई है और उनके खिलाफ कोई जवाबी कार्रवाई नहीं करेगी, इसलिए उन्होंने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। अधिकारी ने आगे कहा, ‘पुलिस और सीआरपीएफ ने नियंत्रण बनाए रखा, जिसका सबूत यह है कि किसी स्टूडेंट को चोट नहीं लगी।’

इसे भी पढ़िए :  कश्मीर में जारी पत्थरबाजी से 3300 से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हुए

जिस लड़की को पुलिस ने थप्पड़ मारा था उसने अपना नाम न जाहिर करते हुए संतुष्टि के स्वर में कहा, ‘मैंने भी पत्थर फेंके थे।’ उसने कहा, ‘आर्मी, सीआरपीएफ और पुलिस से नाराज हूं मैं। मैंने वह वीडियो देखा जिसमें सीआरपीएफ एक महिला को पीट रही थी। मैं उनपर पत्थरबाजी करने के लिए तैयार हूं।’ उसने अपने दोस्तों की सोच भी बताई। वह बोली, लड़कों के खून से तो आजादी नहीं मिली, शायद अब लड़कियों के खून से आजादी मिलेगी… , मेरे कुछ दोस्तों ने यह सोचकर पत्थरबाजी की।’

इसे भी पढ़िए :  44 साल के हुए अखिलेश यादव, सादगी से मनाएंगे अपना जन्मदिन, जानें कुछ अनजानी बातें
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse