राजस्थान का चुरू जिला उस वक्त थर्रा उठा जब यहां एक महिला के साथ गैंगरेप की शर्मनाक घटना को अंजाम दिया गया। इस महिला की कहानी इतनी दर्दनाक है कि सुनकर किसी का भी कलेजा कांप उठेगा। पीड़ित महिला के साथ 22 नवंबर से 28 नवंबर तक जिले के अलग-अलग जगहों पर बलात्कार किया गया। ये महिला जब उन लोगों से चंगुल से आजाद होकर घर पहुंची तो उसने अपने पति को अपनी आपबीती सुनाई। पत्नी के साथ हुई हैवानियत की कहानी सुनकर पति के होश उड़ गए। वो बेचारा ये सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया। मंगलवार को आत्महत्या करने की कोशिश की। हालांकि उसे बचा लिया गया। अस्पताल में अभी उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में सरदार शहर सर्कल ऑफिसर राजेंद्र प्रसाद के हवाले से लिखा है कि पीड़िता मंगलवार दोपहर को पुलिस स्टेशन आई थी और अपनी आप बीती पुलिस को सुनाई।
अह ज़रा सुनिए कहां से इस हैवानियत के खेल की शुरूआत हुई और कैसे इसे अंजाम दिया गया। दरअसल ये वारदात उस वक्त घटी जब महिला असल खेड़ी बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रही थी, तभी तीन लोग एक जीप में आए और उसे भरेली शहर तक छोड़ने की बात कही। महिला तीनों के साथ जीप में बैठ गई। रास्ते में ही तीनों जीप को दूसरे रास्ते पर लेकर चले गए और वहां पर एक झोपड़ी में उसे छुपाकर रखा गया और महिला के साथ कई बार रेप किया गया। दो दिन बाद तीनों उसे जिले के ही दूसरे गांव लेकर गए, जहां उन्होंने उसे कथित तौर पर चार लोगों को एक लाख रुपए में बेच दिया।
पुलिस के मुताबिक महिला को गांव में एक अज्ञात जगह पर बंधक बनाकर रखा गया और तीन दिन तक चारों उसका रेप करते रहे। महिला ने कई बार बचकर निकलने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रही। चारों ने दो बच्चे की मां को उसी गांव के रहने वाले एक युवक से शादी करने के लिए दबाव बनाया। महिला ने बताया कि चारों ने उसे बताया कि उसे एक युवक को एक लाख रुपए में कथित तौर पर बेच दिया गया है।
28 नवंबर को महिला के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उसी दिन महिला एक बुजुर्ग की मदद से उस युवक के घर से भागने में कामयाब रही। मंगलवार को महिला ने पुलिस को अपनी पूरी कहानी बताई। जिसके बाद पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए तीन टीमें बनाई हैं।