नोटबंदी के कारण दान में कमी आने से परेशान मंदिरों ने अब कैशलेस दान स्वीकार करने की व्यवस्था शुरू कर दी है। जिसके बाद अब मंदिरो में भी 500 और 1000 के नोट नहीं लिए जाएंगे। आप दान के लिए स्वाइप मशीन का उपयोग करे सकते है। इसी के तहत छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक मंदिर में दानपेटी के बाहर कार्ड स्वाइप मशीन लगा दी गई है। श्रद्धालु अब इलेक्ट्रॉनिकली मंदिर को दान दे सकेंगे। इसके साथ ही कई दूसरे मंदिरों में भी स्वाइप मशीन और ई-वॉलेट की सुविधा दी जा रही है।
कुछ ऐसी ही व्यवस्था गुजरात के मंदिरों में भी की जा रही है। यहां के प्रसिद्ध द्वारका मंदिर व्यवस्थापन समिति के उपाध्यक्ष धनराज नाथवानी ने बताया, ‘नोटबंदी के प्रभाव के कारण श्रद्धालुओं को दान देने में मदद के लिए यह कदम उठाया गया है। लाखों लोग द्वारका आते हैं और भगवान द्वारकाधीश से आशीर्वाद लेते हैं।
लोगों में कैशलेस लेन-देन को लोकप्रिय बनाने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने मंगलवार को बनासकांठा जिले के प्रसिद्ध अंबाजी मंदिर में स्वाइप मशीन की व्यवस्था शुरू की। अब क्रेडिट या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर डिजिटल दान दिया जा सकेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी के डेबिट कार्ड के जरिए 31 हजार रुपये का दान दिया।