दिल्ली
महाराष्ट्र सरकार के एक आला अधिकारी ने आज बताया कि कथित भड़काउ भाषण देने और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने के मामले में विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक को आरोपित करने वाली मुंबई पुलिस की रिपोर्ट को केंद्र सरकार को भेज दिया गया है।
रिपोर्ट इस महीने की शुरूआत में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सौंपी गयी थी जो राज्य के गृह विभाग का कामकाज भी देख रहे हैं।
फडणवीस ने तब कहा था कि पुलिस ने नाइक को कथित रूप से गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल और भड़काउ भाषण देते हुए पाया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव :गृह: के पी बख्शी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुंबई पुलिस द्वारा राज्य सरकार को सौंपी गयी रिपोर्ट मराठी में थी। हमने 71 पन्नों की रिपोर्ट का अनुवाद अंग्रेजी में किया है और इसे दो दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दिया गया है।’’ उन्होंने कहा कि इसके निष्कषोर्ं से राज्य के कानून और न्यायपालिका विभाग को भी अवगत करा दिया गया है और 50 वर्षीय उपदेशक के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने पर विचार मांगे गये हैं।
पुलिस से नाइक के पहले दिये गये और ऑनलाइन उपलब्ध भाषणों की जांच करने को कहा गया था और यह पता लगाने को कहा गया था कि क्या इनमें से किसी ने युवाओं को आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। इस तरह की खबरें थीं कि नाइक के भाषणों से एक जुलाई को बांग्लादेश में ढाका के एक कैफे पर हमला करने वाले कुछ हमलावर प्रभावित थे। इस हमले में 22 लोग मारे गये थे।
मुंबई पुलिस अन्य जांच एजेंसियों के साथ मिलकर नाइक द्वारा शहर में स्थापित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन :आईआरएफ: के कामकाज की जांच भी कर रही है और दुनिया के कई हिस्सों से उसके चंदे की भी पड़ताल कर रही है।
नाइक ने गत 15 जुलाई को सउदी अरब से स्काइप के माध्यम से भारतीय मीडिया के साथ लंबी बातचीत की थी और इन आरोपों को खारिज कर दिया था कि उसके उपदेशों से आतंकी गतिविधियों को उकसावा मिला।