मालदा, वेस्ट बंगाल।
यूपीए की सरकार को गए दो साल से ज्यादा का वक्त गुज़र गया लेकिन आज भी इनकी खिलाफत का दौर जारी है। पश्चिम बंगाल के मालदा में गनीखान चौधरी कॉलेज के छात्र लगातार अपनी मांगों को लेकर सरकार के सामने आंदोलन कर रहे हैं और पूर्व सरकार को कोस रहे हैं। गुस्साए छात्रों ने मालदा में ट्रैन रोककर भी अपनी विरोध प्रदर्शन किया था। वही छात्रों का गुस्सा इस कॉलेज के संस्थापकों पर फूटा यहाँ तक की इन छात्रों ने सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह का भी पुतला जलाया है। इन छात्रों का कहना है कि इस कॉलेज का उद्धघाटन सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह के नेतृत्व में हुआ था लेकिन अब इस कॉलेज को मान्यता प्राप्त नहीं हुआ और इन 800 छात्रों का भविष्य अंधकार में धकेल दिया गया है। ये छात्र पिछले 22 दिनों से भूख हरताल पर हैं लेकिन नही सरकार का कोई कर्मी इनसे मिलने आया नहीं कोई और नेता इस छात्रो से मिलने आया।
आपको बता दें कि कुल 13 इंजीनियरिंग कोर्स्ज में 720 बच्चों ने यहां दाखिला लिया है। आंदोलनकारी छात्र का आरोप है कि दो वर्षीय बीटेक कोर्स करीब-करीब खत्म होने को है। मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल तथा फूड टेक्नोलॉजी कोर्स में 90 बच्चे हैं। अगस्त महीने में इनकी पढ़ाई खत्म हो जायेगी और यहां से निकल जायेंगे। लेकिन मान्यता नहीं होने की वजह से कॉलेज की तरफ से इन्हें सर्टिफिकेट तक नहीं मिलेगा। ऐसे में दो साल की पढ़ाई करने का क्या लाभ मिलेगा।