कामकाज के मामले में राजेंद्र पाल गौतम (सीमापुरी) पांचवें, अनिल कुमार बाजपेयी (गांधीनगर) छठे, भावना गौर (पालम) सातवें, पंकज पुष्कर (तिमारपुर) आठवें, महेंदर गोयल (रिठाला) नौवें और अलका लांबा (चांदनी चौक) दसवें पायदान पर हैं।
एनजीओ की रिपोर्ट के मुताबिक तुगलकाबाद से AAP विधायक सही राम कामकाज के मामले में सबसे फिसड्डी रहे और 58वें नंबर पर हैं। नांगलोई से विधायक रघुविंदर शौकीन इनसे एक पायदान ऊपर हैं। देवली से विधायक प्रकाश झारवाल 56वें और मॉडल टाउन से विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी 55वें पायदान पर हैं। आम आदमी पार्टी की चर्चित विधायक और पूर्व मंत्री राखी बिड़लान (मंगोलपुरी) कामकाज के मामले में 58 विधायकों में 54वें पायदान पर हैं।
विपक्ष के नेता और रोहिणी से बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता को सदन में उठाए गए मुद्दों की संख्या और गुणवत्ता के आधार पर ‘मिस्टर कमिटेड’ का खिताब दिया गया है। बीजेपी के बाकी दो विधायकों ओम प्रकाश शर्मा और जगदीश प्रधान को भी इन्हीं वजहों से ‘मिस्टर कमिटेड’ बताया गया है।
द्वारका से विधायक आदर्श शास्त्री को एनजीओ ने ‘मिस्टर क्लीन’ की उपाधि दी है। सीलमपुर से विधायक इशराक और जनकपुरी के विधायक राजेश ऋषि को भी ‘मिस्टर क्लीन’ बताया है। इनके खिलाफ कोई भी केस नहीं है और इन्हें सबसे कम भ्रष्ट माना गया है। लोगों की सेवा और आम लोगों की विधायकों तक आसान पहुंच के मामले में सदर बाजार विधायक सोमदत्त, अंबेडकर नगर के अजय दत्त और ओखला के अमानतुल्लाह खान अव्वल रहे। इन्हें ‘मिस्टर पॉप्युलर’ का खिताब दिया गया है।