नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में अलगे वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा ओबीसी की 17 जातियों को अनुसूचित जातियों में शामिल करने के फैसले को बसपा प्रमुख मायावती ने चुनावी हथकंडा बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का यह फैसला पिछड़ी जातियों के आंखों में धूल झोंकने वाला है।
मायावती अखिलेश पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा सरकार ने अपने पूरे शासनकाल के दौरान अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की एक जाति विशेष यादव समाज को छोड़कर समस्त अन्य पिछड़ी जातियों की घोर उपेक्षा व अनदेखी की है। अब चुनाव से ठीक पहले उन्हें उसी प्रकार से गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है।
बसपा अध्यक्ष ने कहा है कि सपा मंत्रिमण्डल की चुनाव से पहले संभवत: आखिरी बैठक में 17 जातियों को ओबीसी वर्ग से निकालकर अनुसूचित जाति की सूची में शामिल करने का फैसला केवल और केवल इन वर्गों के लोगों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास है।
आपको बता दें कि यूपी कैबिनेट ने गुरुवार(12 दिसंबर) को 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने का प्रस्ताव पास किया है। अब यह प्रस्ताव केंद्र के पास भेजा जाएगा। इन जातियों में कहार, कश्यप, केवट, निषाद, बिंद, भर, प्रजापति, राजभर, बाथम, गौर, तुरा, मांझी, मल्लाह, कुम्हार, धीमर, गोडिया और मछुआ शामिल हैं।