उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा है कि मुगल शासक हमारे पूर्वज नहीं, बल्कि ‘लुटेरे’ थे। अब यही इतिहास लिखा जाएगा। राज्य सरकार इसके लिए अब जल्द हीं पाठ्यक्रम में बदलाव करने जा रहा है। शर्मा ने पूर्व मंत्री उमानाथ सिंह 23वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाग लेने के बाद बातचीत में आज कहा कि मुगल शासक हमारे पूर्वज नहीं बल्कि ‘लुटेरे’ थे।
दिनेश शर्मा ने कहा, ‘‘जिन मुगल शासकों ने गलत काम किया है, हम उन्हें लुटेरे मानते है। जिन्होंने अच्छे काम किए है, उनकी हम प्रशंसा करते है। बाबर और औरंगजेब लुटेरे थे। शाहजहां हाथ काटने वाला था। वहीं, मंगल पांडे ने जब क्रांति की शुरुआत की तो बहादुर शाह जफर ने इसका समर्थन किया था, इसलिए हम उनका कोई विरोध नहीं करते।’’
यूपी के उपमुख्यमंत्री ने हालांकि यह भी कहा, ‘‘हम सभी धर्मों का सम्मान करते है। मैं पूजा करने के साथ मजार, गुरुद्वारे और गिरजाघर भी जाता हूं। आज के आधुनिकता के दौर में हम अपनी वास्तविक्ता को भूल रहे है। हम पाठ्यक्रम में अपने हिसाब से 30 फीसदी तक बदलाव करेंगे। अकबर ने अच्छे काम किए होंगे तो वो इतिहास के पन्नों में रहेंगे। इतिहासकार यह तय करेंगे कि अकबर को कहां जगह मिलेगी।’’
दिनेश शर्मा ने कहा कि बहादुर शाह जफर अच्छे मुगल शासक थे। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी म्यांमार में उनकी मजार पर गए थे। जिस संस्कृति में गद्दी के लिए पुत्र अपने पिता की हत्या तक कर देता हो, ताजमहल बनाने वालों के हाथ काट दिए जाएं, वह हमारी संस्कृति नहीं हो सकती। हमारी संस्कृति तो कलाकारों, वैज्ञानिकों को सम्मान देने की रही है। डॉक्टर कलाम जिन्होंने देश में सफल परमाणु परीक्षण किया, हमने उनका सम्मान किया।