कुछ महीनों पहले जेल से छूटकर अपने घर-परिवार के बीच समय बिता रहे बाॅलीवुड अभिनेता संजय दत्त के लिए लगता है कि उन्हें इतनी जल्दी चैन की सांस नसीब नहीं होनेवाली। दरअसल, बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को महाराष्ट्र सरकार से संजय दत्त को जेल से जल्द रिहा करने को लेकर सवाल जवाब किया है। कोर्ट ने पूछा है कि सरकार अपने फैसले की सफाई दे कि आखिर संजय दत्त को आठ महीने पहले जेल से कैसे रिहा कर दिया गया, जबकि वे ज्यादातर वक्त जेेल के बाहर ही रहते थे।
दरअसल संजय दत्त साल 1993 में हुए मुंबई बम धमाको के दौरान गैर कानूनी हथियार रखने के मामले में जेल की सज़ा पाए हुए थे। और मई 2013 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से 5 साल की सज़ा मिली और वो पुणे की यरवाडा जेल में बंद थे। और फरवरी 2016 में उन्हें रिहा किया गया और लगभग 8 महीने की सज़ा कम कर ऐसा किया गया।
अदालत ने पूछा है कि संजय दत्त के किस अच्छे व्यवहार को देखकर रिहा किया गया। इसके अलावा, अदालत जानना चाहती है कि जब उन्होंने अपनी सजा की आधी अवधि जेल के बाहर ही बितायी, तो उन्हें रिहा कैसे किया गया। इससे संजय दत्त के लिए नयी मुश्किल खड़ी हो सकती है। आैर अगर मामले ने तूल पकड़ लिया तो संजय दत्त को दोबारा जेल भी जाना पड़ सकता है।