डीएम का अपहरण करने वाले नक्सली कमांडर ने जब शादी करने का प्लान किया तो नक्सलियों ने ही उसकी नसबंदी करा दी। नक्सली कमांडर भीमा उर्फ आकाश को 12 साल बाद छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया है। भीमा को पकड़ने वाले को 8 लाख रुपये इनाम देने का ऐलान किया गया था। आपको बता दें यह वही कमांडर है जिसने 2012 में छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पूर्व डीएम का अपहरण किया था। डीएम का नाम था एलेक्स पॉल मेनन। पुलिस से बातचीत में कमांडर ने डीएम के अपहरण में मुख्य भूमिका होने की बात को स्वीकार किया है।

भीमा ने बताया कि उसने आठवीं तक पढ़ाई की है और आगे भी वो पढ़ना चाहता था लेकिन शायद उसकी किस्मत में पढ़ना नहीं था। गाँव से नक्सली उसे उठाकर अपने पाले में ले गये। उसके बाद 12 साल से वो जंगलों में नक्सलियों के साथ रह रहा था। और उनकी सभी गतिविधियों को अंजाम देता रहा। भीमा ने जब शादी करके अपना परिवार बसाने की सोची तो नक्सलियों द्वारा उसको बहुत हड़काया गया और उस पर दबाव बनाया कि वो नसबंदी करवाले , ताकि वह बच्चों की परवरिश में ना उलझे। जब वो नसबंदी कराने अस्पताल गया तो डॉक्टर ने उससे पूछा कि अभी तो आपके बच्चे नहीं फिर भी आप नसबंदी क्यों करवाना चाहते हैं, इस पर उसने कहा कि मैं बच्चे नहीं चाहता।
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भीमा ने बताया कि उसने चिकित्स्य किताबें पढ़कर इंजेक्शन लगाने से लेकर गोली के छर्रे निकालने में माहिर हो चुका है, वो कई बड़े नेताओं के शरीर से गोली निकाल चुका है। उनके 60 सदस्यों के दल को हर साल उनके लिए 60 लाख रूपये भेजे जाते थे लेकिन सारा पैसा खाने, गोला-बारूद की व्यवस्था से लेकर अन्य चीजों में खर्च हो जाता था। किसी को कभी कोई वेतन प्राप्त नहीं हुआ।
































































