कथित आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से ही कश्मीर घाटी हिंसा में झुलस रही है। पिछले चार महीनों में कश्मीर में तनाव का महौल बना हुआ है। जिसके लिए (NIA) राष्ट्रीय जांच एजेंसी जांच कर घाटी में हिंसा को बढ़ावा देने और आतंकवाद फैलाने में पाकिस्तानी संलिप्तता का पर्दाफाश करने की तैयारी में जुटी है।
इस महीने के अंत तक एनआईए (नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी) लश्कर के आतंकी बहादुर अली के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी। आपको बता दे, अली वही आतंकी है जिसे वानी की मौत के कुछ दिन बाद 8 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चार्जशीट में एनआईए इस बात को बताएगी कि कैसे पाकिस्तानी सेना के मेजर और कप्तान लश्करे-तैयबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन और जैश-ए-मोहम्मद की मदद कर आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा के पास पहुंचाते हैं और उन्हें घुसपैठ का रास्ता मुहैया कराते हैं। इतना ही नहीं पाकिस्तानी सेना के मेजर साथ ही भारत में उनके मिशन की जानकारी भी देते हैं और इन आतंकियों को घुसपैठ कराने से पहले उनकी तैयारियों का भी जायजा लेते हैं।
अली द्वारा किए गए खुलासों के आधार पर एनआईए यह भी बताएगी कि कैसे लश्कर के मुखिया हाफिज सईद और उसका दामाद खालिद वाहिद PoK के मुजफ्फराबाद इलाके में पाकिस्तानी सेना की मदद से एक कंट्रोल रूम- अल्फा 3- भी स्थापित कर चुका है।