ग्रेटर कैलाश-1 में ‘टी एंड टी’ लॉ फर्म के ऑफिस से क्राइम ब्रांच ने 13 करोड़ 50 लाख रुपये बरामद कर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के हवाले किए थे। इस रकम में ढाई करोड़ रुपये के दो-दो हजार रुपये के नए नोट थे। जांच में अब तक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को यह मालूम नहीं चल सका है कि ढाई करोड़ रूपये के नए नोट किसी बैंक की ब्रांच से आए थे या करंसी चेस्ट से हासिल किए गए थे? इसी तरह करोल बाग के होटल ‘तक्ष-इन’ में सवा तीन करोड़ रुपये क्राइम ब्रांच ने बरामद कर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को दिए, लेकिन इस रकम के मालिकों तक भी जांच नहीं पहुंच सकी।
गृह मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद दिल्ली पुलिस की सभी यूनिटों को हिदायत दे दी गई कि ब्लैकमनी की बरामदगी के बारे में अब मीडिया को कोई खबर नहीं बताई जाएगी। अब तक पुलिस अफसर करोड़ों रुपये बरामद करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। अब प्रेस कॉन्फ्रेंस तो दूर, अब ऑफ द रेकॉर्ड भी प्रेस को कोई जानकारी नहीं दी जाएगी। यह निर्देश आए हैं कि अगर कोई पुलिसकर्मी या पुलिस अफसर ब्लैकमनी की बरामदगी के बाद प्रेस को जानकारी देता है तो उसका पता लगाकर उसके खिलाफ सख्त ऐक्शन लिया जाएगा।