पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने के लिए अलगाववादी नेताओं को पैसे देकर अशांति भड़काने में लगी हुई है। आईएसआई के इस मनी ट्रेल का लिंक हुर्रियत नेताओं, अलगाववादी नेता शब्बीर शाह और पाक हाई कमिश्नर अब्दुल बासित तक से है। इंग्लिश न्यूज चैनल टाइम्स नाउ के इन्वेस्टिगेशन में यह बड़ा खुलासा हुआ है।
@timesnow accesses ISI cash registers, this is how funds released from Rawalpindi flows to the Hurriyat office in Srinagar #PakistanKeDalal pic.twitter.com/ytj2yWGLxY
— TIMES NOW (@TimesNow) May 6, 2017
टाइम्स नाउ को अपनी इन्वेस्टिगेशन में अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। इससे पता चला है कि नेता शब्बीर शाह का नाम आईएसआई की ओर से दिए जा रहे पैसे से लाभांवित होने वालें नेताओ में सबसे बड़ा है। अहमद सागर के जरिए उन्हें आईएसआई से 70 लाख रुपये मिले हैं। साथ ही आईएसआई हुर्रियत को भी अपनी गतिविधियां जारी रखने के लिए पैसे दे रही है। शब्बीर को जो पैसे मिले, उसे शोपियां, बारापूला, कुपवाड़ा, अनंतनाग, पुलवामा जैसे जिलों में हिंसा को भड़काने के लिए खर्च किया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, रावलपिंडी में सेना मुख्यालय स्थित आईएसआई दफ्तर से अहमद सागर नाम के शख्स को 70 लाख रुपये दिए गए। सागर के शब्बीर शाह से रिश्ते हैं। सागर ने ये पैसे शब्बीर को दिए। पता चला है कि अलगाववादी नेता शब्बीर शाह घाटी में हिंसा को भड़काने में इन पैसों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जांच से यह भी पता चलता है कि घाटी की हिंसा कोई आजादी की लड़ाई नहीं, बल्कि पाकिस्तान के पैसों से प्रायोजित होने वाला कार्यक्रम है।
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