नई दिल्ली। उत्तराखंड में नियुक्ति की मांग को लेकर देहरादून स्थित मुख्यमंत्री हरीश रावत के आवास पर जा रहे बीपीएड प्रशिक्षित बेरोजगारों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं को भी नहीं बख्शा, उन्हें भी दौड़ाकर पीटा। इससे सात से अधिक आंदोलनकारी घायल हो गए। वहीं 150 से अधिक प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
प्रदर्शन से पहले परेड ग्राउंड में बीपीएड बेरोजगार एकत्र हुऐ, फिर बेरोजगार महासंघ परेड ग्राउंड से मुख्यमंत्री आवास के लिए निकल पड़े, लेकिन पुलिस ने उन्हें कनक चौक पर रोक लिया। जहां हुई सभा में प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
बेरोजगारों का कहना है कि उन्हें सात हजार पदों पर नियुक्ति का आश्वासन दिया गया था, लेकिन पिछले पांच साल में सात बीपीएड बेरोजगारों को भी नियुक्ति नहीं मिली। सिटी मजिस्ट्रेट ललित नारायण मिश्र ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन बेरोजगार नहीं माने और बैरिकेडिंग के किनारे से होकर सीएम आवास की ओर जाने लगे।
इस पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज से कुछ बेरोजगारों के सिर व हाथों पर चोटें आई हैं। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एस.एस. धोनी ने कहा कि सरकार लाठियों के बल पर आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है। हमारी जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी आंदोलन जारी रहेगा।