पंजाब में बहुत से लोगों को त्योहार के मौसम में जाम छलकाना बहुत पसंद आता हैं लेकिन यह मौका इस बार कम ही मिलेगा। क्योकि कानूनी जंग और एक्साइज नीति में बदलाव की वजह से राज्य में शराब की किल्लत हो गई है। पॉप्युलर ब्रैंड्स की बियर और देश में बनी विदेशी शराब (आईएमएफएल) का स्टॉक तेजी से खत्म हो रहा है। रिटेलर्स इसके लिए एक्साइज और टैक्सेशन डिपार्टमेंट को जिम्मेदार बता रहे हैं।
आमतौर पर दशहरा के बाद शराब की बिक्री में 15 से 25 पर्सेंट तक की बढ़ोत्तरी हो जाती थी, लेकिन इस साल वृद्धि नहीं दर्ज की गई है। रिटेलर्स को डर है कि इस बार उनके लिए लाइसेंस फीस भी जुटा पाना मुश्किल होगा।
फतेहगढ़ साहिब और रोपड़ में शराब का कारोबार करने वाले एक थोक विक्रेता ने कहा, ‘फेमस ब्रैंड्स की शराब अब किसी के पास अब उपलब्ध नहीं। मॉनसून के दौरान शराब की बिक्री कम होती है। इसके बाद श्राद्ध और नवरात्र में भी कम खपत होती है। इसलिए विक्रेता दशहरा और लोहड़ी के बीच के समय का बेसब्री से इंतजार करते हैं।