बिहार में गंगा उफान पर, 12 जिलें बाढ़ की चपेट में

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दिल्ली

बिहार में आज भी गंगा नदी का जलस्तर पांच स्थानों पर उच्चतम स्तर पर बने रहने के कारण प्रदेश में बाढ की स्थिति विकट बनी हुई है।

केन्द्रीय जल आयोग से प्राप्त आंकडों के मुताबिक आज सुबह 6 बजे गंगा नदी का जलस्तर बक्सर जिला :61.11 मीटर:, पटना जिला के हाथीदह :43.18:, मुंगेर :39.89 मीटर:, भागलुपर :34.50 मीटर: और कहलगांव :32.38 मीटर: में उच्चतम स्तर पर रहा।

गंगा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण खगड़िया जिलान्तर्गत इस नदी के बांये तट पर अवस्थित लगार जमींदारी बांध के कारण दो स्थलों पर तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया है। बाढ़ रोक कार्य कराकर स्थल को सुरक्षित करने की कार्रवाई की जा रही है।

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बिहार में गंगा नदी के बढ़े हुए जल स्तर एवं तेज जल प्रवाह के कारण इस नदी के किनारे अवस्थित जिलों यथा बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर एवं कटिहार जिलों में कमोबेस बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। पटना, वैशाली, भोजपुर एवं सारण जिला के दियारा बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बाढ़ से प्रभावित सभी जिलों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। प्रभावित लोगों को दियारा क्षेत्र से सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों में लाया जा रहा है, जहां उनके लिए पका हुआ भोजन, पीने का पानी, महिला एवं पुरूषों के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वास्थ्य जांच, जरूरी दवाएं, साफ-सफाई एवं प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है।

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अब तक करीब 139330 लोगों को बाढ़ग्रस्त स्थान से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर लाया गया है जिनमें से 105000 लोगों को 162 राहत शिविरों में रखा गया है।

बाढ प्रभावित इलाकों में 1537 नावों का परिचालन किया जा रहा है तथा एन0डी0आर0एफ और एस0डी0आर0एफ0 की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हंै।

सोन नदी जो कि पटना जिला के मनेर के पास गंगा नदी में मिलती है, हाल के दिनों में इंद्रपुरी बराज और वाणसागर बराज से पानी छोडे जाने के कारण उसके जलस्तर में वृद्धि होने के कारण गंगा नदी के जलस्तर में यह अप्रत्याशित वृद्धि हुई है।

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सोन नदी का जलस्तर आज प्रात: 6 बजे मनेर में खतरे के निशान से 140 सेमी उपर था।

इस नदी का मनेर में वर्ष 1976 में उच्चतम जलस्तर 53.79 मीटर मापा गया था। आज प्रात: 6 बजे मनेर में सोन नदी उच्चतम जलस्तर से 39 सेमी नीचे थी। इसके जलस्तर में कल प्रात: 8 बजे तक 20 सेमी की कमी होने की संभावना है।