देश के मशहूर वकील राम जेठमलानी अब अरविंद केजरीवाल का केस नहीं लड़ेगे। उन्होंने केजरीवाल को एक पत्र लिखकर मुकदमों में उनकी तरफ से पैरवी करने से इंकार कर दिया है। साथ ही उन्होंने पत्र में अपनी बकाया फीस, जो 2 करोड़ रुपये के करीब है, उसे भी सेटल करने कहा है।
वहीं इस पूरे मुद्दे पर राम जेठमलानी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। समाचार एजंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा है कि वह अरविंद केजरीवाल के झूठ बोलने के कारण ही उनके केस की वकालत छोड़ रहे हैं। जेठमलानी ने कहा, मैंने केजरीवाल का मुकदमा छोड़ दिया है। उन्हें वह पत्र दिखाना चाहिए जो मैंने उन्हें भेजा है। मेरे केस छोड़ने की वजह उनका झूठ है। केजरीवाल ने झूठ कहा कि उन्होंने मुझे निर्देश नहीं दिए थे।
जेठमलानी ने आगे बकाया फीस के सेटलमेंट को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, फीस नहीं देगा तो कोई बात नहीं। मैं हजारों लोगों के लिए फ्री में काम करता हूं।
बता दें मानहानि मुकदमे की एक सुनवाई 17 मई, 2017 को हुई थी जिसमें मुख्यमंत्री केजरीवाल की तरफ से केस लड़ रहे राम जेठमलानी ने जिरह के दौरान अरुण जेटली को CROOK (बदमाश) शब्द का इस्तेमाल कर उल्लेखित किया था। इस जवाब में अरुण जेटली ने कहा था, क्या आपको इतने भद्दे शब्द का इस्तेमाल करने की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अनुमति दी है। अगर दी है तो है मैं दस करोड़ की मानहानि वाली राशि बढ़ाने वाला हूं।