पूर्व बीएसपी नेता के मुताबिक नया राजनीतिक मंच दलितों, अति पिछड़ों और समाज के अन्य कमजोर तबकों को साथ लेकर नया काडर बनाएगा। सूत्रों के मुताबिक वैकल्पिक मंच तैयार करने का फैसला 26 मार्च को हुई एक बैठक में लिया गया था जिसमें कई असंतुष्ट बीएसपी नेता और कुछ जिला स्तर के पदाधिकारी शामिल हुए थे।
बता दें कि इसके पहले गाजियाबाद, मेरठ, मुरादाबाद और इटावा में पार्टी कार्यकर्ताओं ने बीएसपी महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दिकी और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के पुतले जलाकर विरोध जाहिर किया था। उनका आरोप था कि पार्टी ने चुनाव जीतने योग्य प्रत्याशियों की उपेक्षा कर अन्य लोगों को टिकट बेच दिए जो चुनाव में हार गए।
नाम न बताए जाने की शर्त पर पार्टी के एक सीनियर पदाधिकारी ने कहा, ‘लोगों को सबसे ज्यादा हैरान तो यह बात कर रही है कि बीएसपी चीफ मायावती इस पर चुप्पी साधे हुई हैं।’ सूत्रों के मुताबिक पार्टी के दो पदाधिकारियों ने मायावती से मिलकर उन्हें स्थिति से अवगत करा दिया है। उधर दिल्ली में मायावती के एक करीबी सहयोगी ने कहा, ‘पार्टी नेतृत्व इसपर करीब से नजर रखे हुए है। बहनजी पार्टी नेताओं से मुलाकात कर रहीं हैं और बहुत जल्द इसका हल निकाल लिया जाएगा।’